Top sidh kunjika Secrets
Top sidh kunjika Secrets
Blog Article
नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि ।
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं स:
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
क्लींकारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
न कवचं नार्गला-स्तोत्रं, कीलकं न रहस्यकम्।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः
अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर get more info सकते हैं उसका संकल्प लें.
iti śrīrudrayāmalē gaurītantrē śiva pārvatī saṁvādē kuñjikā stōtraṁ sampūrṇam
सां सीं सूं सप्तशती देव्या मंत्र सिद्धिं कुरुष्व मे॥
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
नमस्ते शुम्भहन्त्र्यै च निशुम्भासुरघातिनि ।